अर्थराइटिस इनदिनों आम समस्या के रूप में सामने आ रही है। अर्थराइटिस को आम भाषा में गठिया के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी में व्यक्ति के जोड़ों में दर्द के साथ सूजन भी आ जाती है। इस दौरान मरीज को असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है। कभी-कभी यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि चलने-फिरने में भी परेशानी होने लगती है। इस बीमारी में शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा भी बढ़ जाती है। इस बीमारी के चलते लोगों को अपनी डाइट का बेहद ख्याल रखना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें क्या खाना चाहिए और
क्या अपनी डाइट से पूरी तरह से हटा देना चाहिए।
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डाइट में करें शामिल
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गठिया के मरीजों को चाहिए कि वह ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें। इसके अलावा अल्कोहल और सॉफ्ट डि्ंक का सेवन करने से बचें। इसके साथ ही गठिया के मरीजों को जड़ों वाली फल व सब्जियों का सेवन करना चाहिए। गाजर, शकरकंद और अदरक जड़ वाली सब्जियां हैं इनमें प्यूरिन की मात्रा काफी कम होती है।
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गठिया के मरीजों को लहसुन का सेवन करना चाहिए। लहसुन में सल्फर और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो गठिया के मरीजों के लिए फायदेमंद है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट दो-तीन लहसुन की कलियों का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अपनी डाइट में हरी सब्जियों और फलों को शामिल करें। इसके साथ ही दूध, दही और चोकरयुक्त आटे की रोटी खाएं।
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डाइट से डिलीट करें
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गठिया के मरीजों को अधिक प्रोटीन वाली चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। प्रोटीनयुक्त भोजन गठिया में मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। गठिया के मरीजों को फ्रिज में रखी हुई दही, खट्टी और ठंडी छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। आइसक्रीम, कुल्फी और बर्फ से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
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प्रोसेस्ड फूड को प्रिजर्व करने के लिए ट्रांस फैट का प्रयोग किया जाता है। गठिया के मरीजों को प्रोसेस्ड फूड पैकेज्ड मील और स्नैक्स खाने से बचना चाहिए। शतावरी, पत्तागोभी, पालक, मशरूम, टमाटर, सोयाबीन तेल जैसी सब्जियों का गठिया से पीडित व्यक्तियों को परहेज करना चाहिए।