आज के युग में पैसा ही भौतिक सुख का पर्याय बन चुका है। इसलिए शायद इस कहावत का जन्म हुआ है बाप बड़ा न भइया, सबसे बड़ा रुपइया। आज हर सुख-सुविधा के लिए पैसा आवश्यक है। कई लोग धन प्राप्ति के लिए टोना-टोटका को अपनाने से भी नहीं कतराते हैं। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे धर्मों और शास्त्रों में भी धन प्राप्ति के लिए उपाय मौजूद हैं। हर व्यक्ति की एक चंद्र राशि होती है और हर चंद्र राशि का एक स्वामी ग्रह होता है और हर ग्रह का एक इष्टदेव भी होता है। अगर हम अपने
आइए हम यहां जानते हैं कि आप अपनी राशि के इष्टदेव और उन्हें प्रसन्न करने वाले मंत्र के बारे में, ताकि आपके जीवन में धन संबंधित समस्याओं का अंत तुरंत हो सके।
मेष: इस राशि का स्वामी मंगल है। हनुमान जी की अराधना से सभी समस्याओं से पार पाया जा सकता है।
मंत्र: ओम हनुमते नमः। इसका जाप प्रतिदिन करने से आर्थिक और वित्तीय क्षेत्र में लाभ प्राप्त होता है।
वृष: इसका स्वामी शुक्र है। इस राशि के लोगों के लिए मां दुर्गा की पूजा लाभकारी होती है।
मंत्र: ओम दुर्गादेव्यै नम:।
मिथुन: इसका स्वामी बुध है। गणेश जी की पूजा से लाभ प्राप्त होता है।
मंत्र: ओम गं गणपते नम:।
कर्क: इस राशि का स्वामी चंद्रमा है। भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।
मंत्र: ओम नम: शिवाय।
सिंह: इस राशि का स्वामी सूर्य है। भगवान सूर्य की पूजा से लाभ प्राप्त होता है।
मंत्र: ओम सूर्याय नम:।
कन्या: इस राशि का स्वामी बुध है। भगवान गणेश की पूरा करें।
मंत्र: ओम गं गणपते नम:।
तुला: इसका स्वामी शुक्र है। देवी लक्ष्मी की पूजा लाभदायक मानी गई है।
मंत्र: ओम महा लक्ष्म्यै नम:।
वृश्चिक: इसका स्वामी मंगल है। हनुमान जी की पूरा की जानी चाहिए।
मंत्र: ओम हं हनुमते नम:।
धनु: इस राशि का स्वामी बृहस्पति है। भगवान विष्णु की पूजा शुभ होती है।
मंत्र: ओम श्री विष्णवे नम:।
मकर: इस राशि का स्वामी शनि है। हनुमान जी की पूजा करें।
मंत्र: ओम शम् शनिश्चराये नम:।
कुंभ: इसका स्वामी भी शनि है। शनि के गुरु भगवान शंकर हैं इसलिए शनि के साथ-साथ शिवजी की पूजा करें।
मंत्र: ओम महामृत्युंजय नम:। सुबह-शाम 108 बार जाप करें।
मीन: इस राशि का स्वामी बृहस्पति है। भगवान नारायण की पूजा करें।
मंत्र: ओम नारायणा नम: एवं ओम गुरुवे नम:।