25 मार्च से नवरात्रि की शुरूआत हो रही है। नवरात्रि से वातावरण के तमस का अंत होता है और सात्विकता की शरूआत होती है। इस दिन से मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है। आपको बता दें कि नवरात्रि के प्रथम दिन देवी के शैलपुत्री स्वरुप की उपासना की जाती है। इनकी उपासना से देवी की कृपा तो मिलती ही है। इस दिन से सूर्य भी काफी मजबूत होता है। इस बार नवरात्रि का प्रथम दिन 25 मार्च हो होगा।
नवरात्रि और कलश स्थापना के कुछ नियम है जिसका सही ढंग से पालन करना चाहिए। नवरात्रि में जीवन
आपको बता दें कि कलश की स्थापना चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को की जाती है। इस बार प्रतिपदा तिथि 25 मार्च को है लेकिन प्रतिपदा शाम 05:26 बजे तक की है। ध्यान रखें कि कलश की स्थापना शाम 5:26 से पहले करनी होगी। इस बार मां से विश्वभर में फैले कोरोना वायरस से निजात दिलाने की प्रर्थना करना न भूलें।