एक सितंबर 2020 यानि कल पूरे देश में गणेश विसर्जन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान अनंत की पूजा की जाएगी। आपको बता दें कि गणेश चतुर्थी की स्थापना को जितना महत्व दिया जाता है उतना ही महत्व गणेश विसर्जन को दिया जाता है। जिस प्रकार गणेश स्थापना को विधिपूर्वक और हर्षोउल्लास के साथ किया जाता है वैसे ही विसर्जन का भी विशेष महत्व है।
माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन से भगवान गणेश को भक्त अपने घर पांच, सात और ग्यारह दिनों तक विराजित करते हैं और पूरी श्रृद्धा से अराधना करते हैं। विसर्जन करने से मनुष्य के
गणेश विसर्जन का शुभ चौघडि़या मुहूर्त प्रात: काल 9 बजकर 10 मिनट से दोपहर 1 बजकर 56 मिनट तक है। इसके बाद अपराह्न मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 32 मिनट से शाम 5 बजकर 7 मिनट तक है। वहीं शाम 8 बजकर 7 मिनट तक होगा।
गणेश विसर्जन की पूजा पूरी विधि-विधान से करनी चाहिए। विसर्जन से पहले भगवान गणेश का तिलक करें। इसके बाद उन्हें फूल और मोदक चढ़ाएं। भगवान गणेश के विशेष मंत्रों के उच्चारण के साथ आरती करें। इसके साथ ही पूजा में चढ़ाई गई सभी सामग्री को एक कपड़े की पोटली में बांधे और उसमें एक का सिक्का भी रखें। इसके बाद गणेश जी का विसर्जन करें। इस प्रकार विसर्जन करने से गणेश भगवान की असीम कृपा जरूर प्राप्त होगी।