हम हर साल नवरात्रि का बेसब्री से इंतजार करते हैं क्योंकि नवरात्रि के यह नौ दिन हम सभी लोगों के लिए कुछ न कुछ खास अनुभव और सौगात लेकर आते हैं। इन अनुभवों से पता चलता है कि हमारे द्वारा की गई पूजा कितनी सफल होगी। ऐसे ही कई बार नवरात्रों में दिखाई देने वाले सपनें भविष्य में मिलने वाली सफलता और असफलता का संकेत देते हैं। इस बार शारदीय नवरात्र 17 नवंबर से शुरू हो रहे हैं। नवरात्रों में मंत्र का नियमित रूप से जप करने वाले या उसका पुरश्चरण करने वाले साधक को नींद में यदि अपने ईष्टदेव
इसके साथ ही नवरात्रों में यदि जमीन, नाव से नदी पार करना, तालाब या समुद्र पार करना, पूजा की अग्नि, जलती हुई आग, कोयल, मोर, कन्या, रथ, दीपक, महल, कमल, हाथी, बैल, फूलों की माला, रुद्राक्ष, पेड़, पर्वत, उगता हुआ सूरज, तारों भरा आकाश या घोड़ा दिखाई दे तो इसे मंत्र सिद्धि का लक्षण माना जाता है। इसका अर्थ है कि आपको भविष्य में सफलता मिलने वाली है।
नवरात्रों में दिनों में यदि आपको सुहागिन स्त्री या कन्या दिखाई दे तो समझ लेने चाहिए कि मातारानी आपके जीवन में नई खुशियां देने वाली है। वहीं जगदंबा की उपासना के दौरान अगर साधक इस तरह का स्वप्न देखता है तो उसे दोगुने उत्साह से उपासना में मन लगाना चाहिए। वहीं मंगल गान सुनना, अपना सिर कटते हुए देखना, पितर, गाय और ब्राह्मण को देखना भी आपकी पूजा को सफल बनाता है।
सपने में दही-चावल खाना, सफेद कपड़े पहनना, शरीर पर सफेद चंदन का लेप करना, खून से अपने आपको नहाते देखना, सिंहासन रथ, ध्वजा और गहना देखना, अपना या किसी दूसरे का राज्याभिषेक देखना, गुरु, देवता, ब्राह्मण, कन्या, हाथी, घोड़ा, सिंह, दर्पण, शंख और वाद्ययंत्र देखना, पकवान, मिठाई या पान खाना, मोतियों की माला पहनना, तेज तपता हुआ सूरज देखना, पानी, दूध या शराब से भरा घड़ा देखना, मछली, घी या गोरोचन देखना भी शुभ संकेत होता है।