व्यस्तता के चलते परिवारों और दोस्तों में बढ़ती दूरियां रिश्तों को कमजोर कर रही हैं। आजकल हम सभी एकल परिवार का हिस्सा हैं ऐसे में परिवार हमसे दूर होते जा रहे हैं। जीवन में संतुलन बना रहे तभी सुख-शांति और सफलता का अनुभव होता है। वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि दूरियां बढ़ने का कारण घर और हमारे आसपास मौजूद वास्तुदोष भी हो सकते हैं। कुछ आसान से उपाए अपनाकर हम अपने जीवन से वास्तुदोष को दूर कर सकते हैं।
घर में रखें साफ-सफाई
घर में सुख-शांति बनी रहे इसके लिए जरूरी है कि साफ-सफाई पर ध्यान दें। घर में यदि गंदगी
लगाएं मनमोहक चित्र
घर की सजावट के वक्त ध्यान दें कि दिवारों पर ऐसे चित्र न लगाएं जिससे उदासी या नकारात्मकता फैले। पति-पत्नी के संबंधों में मधुरता लाने के लिए घर में राधा-कृष्ण का चित्र लगाएं। घर के लिविंग रूम में भगवान विष्णु का चित्र लगाएं। वहीं माता-पिता और भाई बहनों के बीच संबंध अच्छे रहे इसके लिए रूम में क्रिस्टल बॉल रखें।
टांगे ब्रास बेल
यदि आपके घर में बेसमेंट है और वह खाली है तो यह अवसाद का कारण बन सकता है। बेसमेंट के बाहर एक ब्रास बेल टांग सकते हैं। बेडरूम में रखे दो बेड को जोड़कर न सोएं। बेड के अंदर बर्तन, किताबें, टूटा सामान न रखें। इसके अलावा घर में शंख और सीप रखें।
भगवान को लगाएं भोग
घर की दरिद्रा को दूर करने के लिए घर के मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति रखें। घर के सभी सदस्यों को एक साथ पूजा में शामिल होना चाहिए। शनिवार के दिन आम और अशोक की टहनी घर में लाना शुभ होता है। महीने में कम से कम एक बार मिठाई लाकर भोग लगाएं। ऐसा करने से वास्तुदोष दूर होता है।