पूरी दुनिया कोरोना वायरस की बर्बता को भुलाकर तीन दिन बाद नए साल यानी 2021 का स्वागत करने के लिए तैयारियों में जुटी है। सभी नए साल का आरंभ नए उत्साह और नई उमंग के साथ करना चाहते हैं। वास्तुशास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनकी मदद से हम अपने जीवन को और बेहतर बना सकते हैं। आने वाले नए साल को सकारात्मक ऊर्जा और नए उत्साह के साथ जीने के लिए आइए जानते हैं अपनाए जाने वाले उपायों के बारे में।
नए साल में अपने घर या प्रतिष्ठान में ऊर्जा का संतुलन स्थापित करने का प्रयास करें। घर के मुख्य द्वार से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह की ऊर्जा का प्रवेश होता है। नववर्ष के पहले दिन घर के द्वार पर चांदी के बने स्वास्तिक को लगाएं।
इस वर्ष अपने घर की उत्तर दिशा को सशक्त बनाएं। उत्तर दिशा में कुबेर देवता को स्थान प्रदान करें। इससे परिवार के सदस्यों में बुद्धि और ज्ञान का विकास होता है।
- नए साल के पहले दिन भगवान श्रीकृष्ण की मुरली बजाते हुए मूर्ति को घर में लाएं।
- नए साल के पहले दिन घर के दक्षिण पूर्व कोण में क्रिस्टल बॉल लगाएं।
- वास्तु के अनुसार दक्षिण पश्चिम कोण में सिक्के का पिरामिड रखने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
- नए साल के आगमन पर पुराना कैलेंडर घर में लगा हो तो इसे हटा दें। इससे उन्नति के मार्ग में बाधाएं आती हैं। नए साल का कैलेंडर उत्तर, पश्चिम या पूर्व दीवार पर लगाना शुभ माना जाता है।
- घर के दरवाजे पर विंड चाइम लगाएं। लाफिंग बुद्धा को शुभ माना गया है। घर में धातु से बना कछुआ रखें। अपने पर्स में मां लक्ष्मी की बैठी हुई मुद्रा वाली तस्वीर रखें।
- माता-पिता से या किसी बुजुर्ग से आशीर्वाद में नोट मिले तो उस पर केसर और हल्दी का तिलक लगाकर इसे हमेशा अपने पर्स में रखें।
- नए साल पर पहले दिन किसी से कर्ज न लें। अपने पर्स में पैसे जरूर रखें।
- मां अन्नपूर्णा की कृपा चाहते हैं तो नए साल के पहले दिन किसी जरूरतमंद को गेंहू का दान करें।